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Tuesday, December 27, 2022

विंटर स्पेशल बादाम का हलवा और केसर - बादाम मिल्क [ Winter special 2 amazing almond recipes - Almond Halwa & Saffron - Almond Milk ]

नमस्कार। स्वाद भी सेहत भी ब्लॉग में आपका स्वागत है। आज हम बादाम से 2 मजेदार विंटर स्पेशल  रेसिपीज़ बादाम का हलवा और केसर बादाम मिल्क  बनाएँगे , जो सर्दियों के मौसम में हमारी सेहत के लिए बहुत उपयोगी होंगी। दोस्तों, सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में यह बहुत आवश्यक हो जाता है कि हम अपने खान - पान में ऐसी चीजों को शामिल करें, जो बदलते मौसम में विभिन्न प्रकार के रोगों से हमारी रक्षा करें और हमारे शरीर को अंदर से गरम रखें। बादाम की तासीर गरम होती है, इस कारण सर्दियों में इसका सेवन करने से हमें बहुत उपयोगी परिणाम देखने को मिलते हैं।  ये तो हम सभी  जानते हैं कि बादाम खाने से हमारी याद्दाश्त बढ़ती है। अगर हर सुबह 4-5 भिंगाए हुए बादाम खाये जाएँ तो उससे हमारी याद्दाश्त बढ़ती है और मानसिक विकास अच्छा होता है। बादाम प्रोटीन , डाइटरी फाइबर और  ओमेगा 3 का समृद्ध स्त्रोत होता  है। इसके अलावा बादाम में  मोनो अन -सैचुरेटेड फैट , विटामिन B 6, मिनरल्स , कैल्शियम , कार्बोहाइड्रेट्स, आयरन , मैग्नीशियम , फॉस्फोरस , पोटैशियम , सोडियम , ज़िंक , थाइमिन , राइबोफ्लेविन और  विटामिन E भी प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं । साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होता है, जिससे हमारी पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है, इम्यूनिटी बढ़ती है , वज़न कम करने में मदद मिलती है, शरीर का एनर्जी लेवल बढ़ता है और हड्डियाँ व दाँत मजबूत होते हैं। इसके इन्ही गुणों के कारण ही बादाम को नट्स का राजा भी  कहा जाता है। अक्सर हम सभी के मन में एक प्रश्न उठता है कि बादाम सूखे ही खाने चाहिए या भिंगाकर तो इसका जवाब है कि हमें हमेशा बादाम को रात भर पानी में भिंगाकर उसका छिलका उतारकर तभी  खाना चाहिए, क्यूंकि बादाम के छिलकों में टैनिन नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो बादाम के पोषक - तत्वों को हमारे  शरीर में अवशोषित होने से रोकता है। बादाम न सिर्फ खाने के काम आता है बल्कि इससे बना बादाम तेल भी स्किन व बालों की सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है।  यूँ तो बादाम को भिंगाकर , छीलकर वैसे ही खाया जा सकता है, लेकिन अगर इससे कुछ ऐसी रेसिपीज़ बनाई जाए जो स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ - साथ खाने में भी बहुत स्वादिष्ट हो तो फिर क्या कहना। इसलिए आज इस लेख में आपके लिए विंटर स्पेशल बादाम का हलवा और केसर - बादाम मिल्क की रेसिपी स्टेप बाई स्टेप बताई गयी है , साथ ही उससे जुड़े सारे टिप्स और ट्रिक्स भी शेयर किए गए हैं। इतना ही नहीं इस लेख में बादाम से होने वाले फ़ायदों के बारे में भी विस्तृत चर्चा की गयी है। तो चलिये स्वाद और सेहत से भरपूर बादाम का हलवा और केसर बादाम मिल्क बनाना शुरू करते हैं।


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  1. बादाम का हलवा 
  2. केसर - बादाम मिल्क                                                     

1- बादाम का हलवा      




बादाम का हलवा सर्दियों में विशेष रूप से खाया जाता है। इसे बच्चे , बूढ़े , जवान आदि कोई भी खा सकता है। यह एक प्रकार से टॉनिक का काम करता है। न्यू मदर्स को अगर इसे बनाकर खिलाया जाए तो उन्हें बहुत ज्यादा ताकत मिलती है और उनका शरीर अंदर से जल्दी हील होता है। इसका स्वाद इतना बेहतरीन होता है कि जितना भी खाया जाए उतना कम ही लगता है, लेकिन इसमें कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है, अतः सीमित और संतुलित मात्रा में ही इसका सेवन करें। एक दिन में 4-5 चम्मच से ज्यादा न खाएं। अगर हलवा ज्यादा बन गया है, तो भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसे उठाकर फ्रीज़ में रख दें और थोड़ा - थोड़ा निकालकर गरम करके तब खाएं। फ्रीज़ में रखकर यह हलवा 2-3 दिनों तक आराम से चल जाता है। यह न केवल स्वाद और सेहत से भरपूर होता है बल्कि बनाने में भी काफी आसान होता है। तो चलिये बादाम का हलवा बनाना शुरू करते हैं। 

     
सामग्री - 

  1. बादाम ; - 1 कप 
  2. खसखस ;- 1/4 कप 
  3. शुद्ध घी;- 3/4 कप 
  4. दूध ;- 1 कप 
  5. शक्कर ;- 3/4 कप 
  6. ईलाईची पाउडर ;- 1/2 टी- स्पून 
  7. केसर ;- 8-10 धागे 

सजाने के लिए ;- बादाम की कतरन 



विधि 

  1. सबसे पहले बादाम को अच्छे से धो लें और उसमें पानी डालकर 5-6 घंटे या रात भर के लिए भिंगाकर, ढँककर रख दें, जिससे बादाम अच्छे से फूल जाएँ । 
  2. खसखस को भी 1/4 कप गरम दूध में 1 घंटे के लिए भिंगाकर रख दें और केसर को भी 2 टेबल- स्पून गरम दूध में भिंगा दें और इसे भी एक साइड में ढँककर रख दें। खसखस को भिंगाने के लिए जो हमने 1 कप दूध लिया था उसी में से 1/4 कप दूध का इस्तेमाल करें ।  
  3. जब बादाम अच्छे से फूल जाए तब उसका छिलका उतार लें। भिंगे होने के कारण इसका छिलका उतारना आसान होता है। 
  4. अब सारे बादाम की गिरियों को उनके छिलके से अलग करके एक साफ , सूखे तौलिये से पोंछ लें। 
  5. इसके बाद मिक्सर के जार में बादाम की गिरियाँ , दूध सहित खसखस और 1/4 कप दूध ऊपर से डालकर बिल्कुल बारीक व चिकना पेस्ट पीसकर तैयार कर लें। बादाम पीसते  वक़्त इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मिक्सर लगातार नहीं चलाना है, बल्कि रुक- रुककर पीसें। 
  6. इसके बाद एक कड़ाही में 1/2 कप घी डालकर गरम करें और कड़ाही के किनारों पर भी कलछी से चारों तरफ घी फैला दें, जिससे बादाम कड़ाही में चिपके नहीं। 
  7. जब घी अच्छे से गरम हो जाए तब उसमें बादाम का पेस्ट डाल दें और धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए भूनें। 
  8. बीच - बीच में जब बादाम का पेस्ट कड़ाही में चिपकने लगे तब थोड़ा - थोड़ा करके बचाया हुआ घी भी आवश्यकतानुसार  डालते जाएँ। 
  9. ध्यान रखें कि गैस की  फ्लेम लो ही रखें और कलछी को बिल्कुल कड़ाही की  तली में ले जाते हुए हलवे को भूनना है। 
  10. धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए बादाम के पेस्ट को भुनने में 20 मिनट का समय लग जाता है। 
  11. जब बादाम का पेस्ट अच्छे से भुन जाए , तब हलवे में चीनी डाल दें और अच्छे से मिक्स कर दें। चीनी के साथ भी हलवे को 5-7 मिनट तक भुन लें ,क्यूंकि जब चीनी गरम होकर पिघलेगी तो हलवे को पतला कर देगी। 
  12. 5-7 मिनट बाद हलवे में बचाया हुआ 1/2 कप दूध , ईलाईची पाउडर और केसर वाला दूध भी डाल दें और धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए तब तक पकाएँ, जब तक हलवा तली से अलग होकर घी न छोड़ने लगे। 
  13. जब हलवा घी छोड़कर  तली से अलग होना शुरू कर दे , तब गैस बंद कर दें। 
  14. स्वादिष्ट और  ताकत की खान  बादाम का हलवा बनकर तैयार है। इसे एक कटोरी में निकालकर ऊपर से बादाम की कतरनों से सज़ाकार गर्मागर्म सर्व करें। 


Tips 

  1. यदि आप रात में बादाम भिंगाना भूल गयी हैं या आपको तुरंत हलवा तैयार करना है तो बादाम को 1 घंटे के लिए उबलते हुए पानी में भिंगाकर , ढँककर रख दें। 1 घंटे में बादाम अच्छे से फूल जाएंगे। 
  2. अगर आपको 1-1 बादाम का छिलका निकालने में परेशानी हो रही हो तो भिंगे हुए बादाम को एक साफ सूखे और पतले किचन टॉवल में रखें, चारों ओर से पकड़कर ऊपर की ओर एक पोटली जैसा बना लें और एक हाथ से पोटली का मुह बंद करके रखें और दूसरे हाथ से हल्के - हल्के किचन स्लैब पर रखकर रगड़- रगड़कर छिलका निकाल लें। 2-3 मिनट रगड़ने में ही सारे छिलके आसानी से अलग हो जाते हैं। 
  3. अगर आके पास खसखस नहीं है, तो उसके स्थान पर उतनी ही मात्रा में सूजी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है, या फिर केवल बादाम का हलवा भी बनाया जा सकता है। खसखस या सूजी हलवे में थोड़ा दरदरापन लाने का काम करते हैं। अगर आप कुछ भी नहीं डालना चाहते हैं, तो बादाम को ही हल्का दरदरा पीसें। 



2- केसर - बादाम मिल्क 




केसर बादाम मिल्क सर्दी व गर्मी दोनों मौसमों में पिया जाता है। अगर आप सर्दियों में इसका सेवन कर रहे हों तो रात में सोने से पहले  गरमागरम पिएँ और अगर गर्मियों में इसका सेवन कर रहे हों तो इसे बनाने के बाद पहले रूम टेम्परेचर तक ठंडा होने दें और उसके बाद इसे उठाकर 2 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें और ठंडा - ठंडा सर्व करें। बर्फ वगैरह का इस्तेमाल बिलकुल भी न करें। यह स्वाद में काफी उम्दा होता है और सर्दियों में  रात में अगर सोने से पहले पिया जाए तो नींद अच्छी आती है और अनिद्रा की शिकायत भी दूर होती है। इसके अलावा केसर - बादाम मिल्क का सेवन करने से महिलाओं में मुश्किल दिनों में होने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है। त्वचा की विभिन्न समस्याओं जैसे - ड्राइनेस , हाइपरपिगमेंटेशन और डलनेस को दूर करने में मदद मिलती है और शारीरिक दुर्बलता भी दूर होती है। तो चलिये केसर - बादाम मिल्क बनाना शुरू करते हैं।

 

सामग्री 
  1. दूध - 2 कप [ 1/2 लीटर ] 
  2. बादाम - 1/4 कप [ 15 - 16 दाने ] 
  3. केसर के धागे - 8-10 
  4. चीनी - 3-4 टेबल -स्पून 
  5. ईलाईची पाउडर - 1/4 टी - स्पून 


सजाने के लिए - बादाम व पिस्ते की कुछ कतरनें और केसर के कुछ धागे 



विधि 

  1. सबसे पहले दूध को एक मोटी तली की कड़ाही में  गैस पर उबलने के लिए रख दें।
  2. दूध में से 1/4 कप दूध अलग निकाल लें और मिक्सर के जार में बादाम और दूध डालकर अच्छे से बिलकुल बारीक व चिकना पीसकर पेस्ट तैयार कर लें। ध्यान रखें कि मिक्सर को लगातार न चलाएं बल्कि रुक - रुक कर पीसें।  
  3.  जब कड़ाही का  दूध थोड़ा गरम हो जाए तब  उसमें से 2 टी- स्पून दूध एक कटोरी में निकालकर उसमें केसर भिंगा दें। 
  4. दूध को बीच - बीच में चलाते रहें। जब दूध में 1 उबाल आ जाए तब गैस का फ्लेम लो- मीडियम कर दें और कलछी को बिलकुल कड़ाही की तली में ले जाते हुए ,चलाते हुए दूध को 8- 10 मिनट तक पकाएँ। 
  5. कड़ाही के किनारों पर लगे हुए दूध व मलाई को भी कलछी से खुरचकर दूध में मिक्स करते जाएँ। इससे दूध में गाढ़ापन आता है। 
  6. 8- 10 मिनट बाद दूध में बादाम का पेस्ट डालकर मिक्स कर दें। 5 मिनट तक पकने दें। 
  7. 5 मिनट बाद दूध में चीनी , ईलाईची पाउडर और केसर वाला दूध भी डाल दें और अच्छे से सारी चीजों को मिक्स कर दें। 
  8. लो - मीडियम फ्लेम पर लगातार चलाते हुए 10 - 12 मिनट तक दूध को पकने दें। 
  9. जब दूध थोड़ा गाढ़ा  हो जाए और उसका रंग भी थोड़ा बादल जाए तब गैस का फ्लेम बंद कर दें। 
  10. हल्का ठंडा हो जाने पर दूध को एक सर्विंग ग्लास में डालकर , ऊपर से पिस्ते - बादाम की कतरनों और केसर से सजाकर गर्मागर्म सर्व करें। 


बादाम के फ़ायदे 


  1. सबसे पहले तो यह हम सभी को पता है कि बादाम खाने से याद्दाश्त मजबूत होती है और मस्तिष्क की कार्य - प्रणाली बेहतर होती है। 
  2. बादाम का सेवन करने से हमारी हार्ट हेल्थ अच्छी रहती है, क्यूंकि इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है, जो हमारे हृदय के लिए हानिकारक होता है। इसके गुणों की वजह से लो - डेंसिटी कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है। साथ ही यह ट्राइग्लिसराइड्स [ एक प्रकार का वसा ] के लेवल को कम करने के लिए भी जाना जाता है। 
  3. बादाम का सेवन वज़न कम करने में भी मदद करता है, क्यूंकि बादाम को एक लो कैलोरी डाइट के रूप में जाना जाता है। साथ ही यह हेल्दी फैट्स से भी भरपूर होता है। इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर  लंबे समय तक पेट भरा रखने में मदद करता है। 
  4. बादाम खाने से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के खतरे को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है। बादाम में मौजूद एमिग्डालिन जैसे तत्व में कैंसर सेल्स को नष्ट करने की क्षमता होती है। 
  5. बादाम मधुमेह से बचाव करने में भी उपयोगी सिद्ध होता है। बादाम लो - ग्लाइसेमिक इंडेक्स की श्रेणी में आता है, जिससे टाइप 2 डाईबीटीज़ के जोखिम से बचा जा सकता है। 
  6. बादाम में विटामिन E और ज़िंक की भरपूर मात्रा पायी जाती है , जो आँखों के रेटिना को स्वस्थ रखने का काम करता है। इसलिए कहा जाता है कि बादाम खाने से आँखों की रोशनी बढ़ती है। 
  7. इसके साथ ही बादाम एन्टी - ऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है, जिससे शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके अल्जाइमर जैसे रोगों की रोकथाम भी  की जा सकती है। 
  8. बादाम में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जिससे शरीर की क्षमता बढ़ती है और शरीर में ऊर्जा का स्तर भी बढ़ता है, क्यूंकि यह शरीर में अंदर से डैमेज्ड सेल्स को रिपेयर करने का काम भी करता है। 
  9. इसके अतिरिक्त बादाम का सेवन करने से हड्डियाँ व दाँत मजबूत होते हैं, पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है, त्वचा व बालों की सेहत अच्छी रहती है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। 


तो देखा आपने छोटा सा दिखने वाला यह नट कितने कमाल के फ़ायदे पहुंचाता है, तो बादाम को आज से ही अपनी डेली डाइट का हिस्सा जरूर बनाएँ। 



दोस्तों, आशा करती हूँ कि विंटर स्पेशल बादाम का हलवा और केसर - बादाम मिल्क की मेरी ये रेसिपी आपको पसंद आई होगी। इन सर्दियों में आप भी बादाम का हलवा और केसर - बादाम मिल्क अपने घर पर बनाएँ, उसके स्वाद का  लुत्फ उठाएँ और अपने अनुभव और सुझाव मेरे साथ शेयर करें। 

धन्यवाद॥  
हल्दी दूध रेसिपी के लिए क्लिक करें : https://www.swaadbhisehatbhi.com/2021/06/Turmeric-Latte-Golden-Turmeric-Milk.html

अन्य स्वादिष्ट रेसिपीस जानने के लिए क्लिक करें : https://www.swaadbhisehatbhi.com/ 


3 comments:

  1. बेहद लाजवाव और शक्ति बर्धक स्वाद ईस्ट badam हलवा की racipy बताने के लिए धन्यबाद

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