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Wednesday, May 11, 2022

7 रिफ्रेशिंग समर ड्रिंक्स [Beat the Heat with 7 refreshing summer drinks ]

 नमस्कार। स्वाद भी सेहत भी ब्लॉग में आपका स्वागत है। आज हम भीषण गर्मी से राहत दिलाने के लिए 7 अलग - अलग प्रकार के समर कूलिंग ड्रिंक्स बनाएँगे, जो बनाने में तो आसान होंगे ही साथ ही बहुत अधिक स्वादिष्ट भी होंगे और इस चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाने के साथ- साथ शरीर को नैचुरली डिटौक्स भी करेंगे। दोस्तों गर्मी अपनी चरम सीमा पर है। ऐसे में बाहर निकलते समय हीट- स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। वैसे तो हर मौसम अपने साथ कुछ न कुछ  सीजनल बीमारियाँ लेकर ही आता है। जैसे;- सर्दी के मौसम में कोल्ड, कफ, फ्लू तो मॉनसून आते ही डेंगू ,मलेरिया, चिकनगुनिया आदि का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन गर्मी का मौसम आते ही परेशानियाँ ज़्यादा बढ़ जाती हैं। एक तरफ जहाँ गर्मी से लोगों का हाल बेहाल होता है तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना के मामलों में  भी गर्मी के सीजन में इजाफ़ा देखने को मिलता है।  ऐसे में जरा सी भी  लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। गर्मी के मौसम में ज्यादा तापमान होने से शरीर से पसीना बहुत अधिक निकलता है। जिससे शरीर में पानी की मात्रा काफी कम हो जाती है और ऐसे में हीट - स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से लोगों के बीमार होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। लू लगना या हीट- स्ट्रोक जिसे मेडिकल टर्म में ''हाइपरथरमिया '' भी कहा जाता है, गर्मी में होने वाली एक आम समस्या है , लेकिन अगर इसमें थोड़ी सी भी लापरवाही बरती जाये तो कभी - कभी यह समस्या जानलेवा भी साबित हो सकती है। हीट - स्ट्रोक होने पर सिर में तेज दर्द , तेज बुखार, ऊल्टी होना, चक्कर आना ,कमजोरी महसूस होना और यूरिन कम आने जैसे लक्षण होते हैं। जैसे- जैसे गर्मी बढ़ती है, वैसे - वैसे हीट- स्ट्रोक के साथ - साथ पेट से जुड़ी समस्याएँ भी देखने  को मिलने लगती हैं। जैसे;- गैस , दस्त , अपच , खाना खाने में अरुचि होना , कब्ज़ , फूड पोइजनिंग आदि। इससे बचने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे;- जब भी घर से बाहर निकलें, अपने सिर व चेहरे को अच्छे से ढँककर रखें, अच्छी क़्वालिटी के सनस्क्रीन और सनग्लासेज का इस्तेमाल करें, हल्के  रंग के आरामदायक  तथा सूती वस्त्रों का चयन करें,  ज्यादा से ज्यादा पानी व तरल पदार्थों का सेवन करें।खाली पेट घर से बाहर न जाएँ,  पानी वाले फल व सब्जियों जैसे;- खीरा, ककड़ी , तरबूज़ , खरबूज़, आम, संतरे, पपीता, मोसंबी आदि का सेवन करें। मार्केट में मिलने वाले  हानिकारक डिब्बाबंद कोल्ड ड्रिंक्स को छोड़कर नैचुरल ड्रिंक्स जैसे;- नारियल पानी ,गन्ने का रस आम पन्ना , सत्तू शर्बत, बेल शर्बत ,लस्सी, छाछ आदि का सेवन करें , क्यूंकि एक तरफ तो ये सभी फल, सब्जियाँ और ड्रिंक्स गर्मी से प्राकृतिक रूप से  राहत दिलाते हैं।  इनके सेवन से शरीर में तरावट बनी रहती है। वहीं दूसरी तरफ इनका शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं पड़ता है । इसके साथ ही गर्मियों में हमें अपने खान- पान में भी  ज्यादा तली- भुनी, मिर्च - मसालेदार व गरिष्ठ  चीजों को शामिल नहीं करना चाहिए, क्यूंकि इनसे पाचन संबंधी समस्याएँ भी बढ़ जाती हैं। इसलिए आज हम इन सभी परेशानियों से निजात दिलाने के लिए 7 ऐसी रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स की रेसिपी लाये हैं , जो टेस्टी और हेल्दी होने के साथ- साथ फटाफट बनकर तैयार भी हो जाती हैं। तो चलिये स्वाद और सेहत से भरपूर 7 समर स्पेशल रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स बनाना शुरू करते हैं। 


Menu 

  1.  कुकुम्बर कूलर  [Cucumber Cooler ]
  2.  वर्जिन मोहितो [ Virgin Mojito ]
  3.  मसाला छाछ  [Masala Chaas ]
  4.  कोकम शरबत [ Kokam Sharbat ]
  5.  बेल शरबत  [ Wood apple Squash]
  6.  जलजीरा  [ Jaljeera ] 
  7. सौंफ का शरबत [ Variali Saunf Sharbat / Fennel Seed Sharbat ]

1- कुकुम्बर कूलर 

कुकुम्बर कूलर एक भारतीय मौकटेल है, जो खीरे, पुदीने , नींबू के रस और चिल्ड सोडा के संयोजन से बनता है। यह भीषण गर्मी में शरीर को ठंडा व तरोताजा रखता है , शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है, मेटाबोलिज़्म को सुधारता है, अत्यधिक स्वेटिंग से ऊर्जा स्तर में आई हुई कमी को दूर करता  है, वजन कम करने में सहयोगी होता है, तथा फूड पोइजनिंग या पाचन से संबन्धित समस्याओं से राहत दिलाता है। कुकुम्बर कूलर को आम तौर पर  चिल्ड सोडा के साथ बनाया जाता है, लेकिन घर में हर वक़्त सोडा उपलब्ध हो ऐसा जरूरी नहीं होता है। इसलिए हमने इस शानदार ड्रिंक को घर में उपलब्ध सामग्रियों के सहयोग से बनाया है। इससे यह ड्रिंक बच्चों के लिए भी अनुकूल है और इस तरीके से बनाने पर इसके स्वाद में भी कोई परिवर्तन नहीं होता है। 

सामग्री 
  1. खीरा - 2 [ मीडियम साइज़ के ] - [Roughly chopped ]
  2. फ्रेश पुदीना की पत्तियाँ - 10 - 15 
  3. नींबू का रस - 2 टेबल- स्पून 
  4. काला नमक - 1/2 टी- स्पून 
  5. पानी - 1/4 कप 
  6. काली मिर्च पाउडर- 1/4 टी- स्पून 
  7. पीसी चीनी - 2 टेबल- स्पून 
  8. भुना जीरा पाउडर - 1 टी- स्पून 
  9. चाट मसाला - 1/2 टी- स्पून 
  10. आइस क्यूब्स - 4-5 

विधि 
  1. सबसे पहले खीरे को छीलकर , धोकर , पोंछ लें और बड़े टुकड़ों में काट लें।
  2.  पुदीने की पत्तियों को भी अच्छे से धोकर , साफ कर लें। 
  3. उसके बाद एक मिक्सर जार में खीरे के टुकड़े , पुदीने की पत्तियाँ, नींबू का रस , काला नमक , 2-3 आइस क्यूब्स , काली मिर्च पाउडर , पीसी चीनी , भुना जीरा पाउडर, चाट मसाला और 1/4 कप पानी डालकर अच्छे से पीस लें। 
  4. फिर एक छन्नी  की सहायता से कुकुम्बर कूलर को छान लें। ताकि अगर खीरे के बीज या पुदीने के कुछ रेशे रह गए हों तो निकल जाएँ। 
  5. कुकुम्बर कूलर बनकर तैयार है। इसे सर्व करने के लिए एक ग्लास में 2-3 आइस क्यूब्स डालें, उस पर कुकुम्बर कूलर डालें और ऊपर से 2-3 पुदीने की पत्तियों से सजाकर ठंडा - ठंडा सर्व करें। 


2- वर्जिन मोहितो  [ Virgin Mojito ]

गर्मियों का मौसम आते ही हम सभी को कुछ ठंडा पीने का मन करता है , जिससे प्यास भी बुझ जाए और ताजगी का भी एहसास हो । ऐसे में हम सभी के मन में जो एक ड्रिंक सबसे पहले आती है, वह है - नींबू पानी। वर्जिन मोहितो नींबू पानी का ही रेस्टुरेंट स्टाइल लेटेस्ट वर्जन है। इस ड्रिंक में भी नींबू के रस , पुदीने की पत्तियों के साथ- साथ चिल्ड सोडा का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें चिल्ड सोडा एक मुख्य घटक है। अतः हमने इस रेसिपी में सोडा का इस्तेमाल किया है। यह ड्रिंक आपको किसी भी बड़े रेस्टुरेंट में मिल जाएगी। लेकिन इसे घर पर भी आसानी से बनाकर तैयार किया जा सकता है। वर्जिन मोहितो किसी भी पार्टी में एक बेहतरीन वेलकम ड्रिंक के रूप में काम करता है। इससे प्यास तो बुझती ही है, ताजगी भी आती है और साथ ही यह ड्रिंक मूड को भी अच्छा करती है। इसके सेवन से कब्ज़ में राहत मिलती है, एनर्जी बढ़ती है और शरीर को ठंडक मिलती है। इसके साथ ही यह ड्रिंक विटामिन C का एक अच्छा स्त्रोत भी है। 

सामग्री 
  1. नींबू के पतले व गोल - गोल कटे हुए टुकड़े - 3-4 
  2. ताजे पुदीने की पत्तियाँ - 7-8 
  3. पीसी चीनी - 1 टेबल- स्पून 
  4. आइस क्यूब्स - 4-5 
  5. चिल्ड सोडा - आवश्यकतानुसार 
विधि 

  1. सबसे पहले एक ग्लास में नींबू के टुकड़े , पुदीने की पत्तियाँ व पीसी चीनी डाल दें। 
  2. अब इसे किसी चीज से अच्छे से दबाकर क्रश कर लें, जिससे नींबू, पुदीना और चीनी तीनों अपना पानी छोड़ दें। 
  3. सभी चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें, ताकि चीनी अच्छे से नींबू व पुदीने के रस में मिक्स हो जाए। 
  4. इसके बाद ग्लास में आइस क्यूब्स डालें और बाकी ग्लास को चिल्ड सोडा से भर लें। 
  5. एक बार सारी चीजों को मिक्स कर दें। रेस्टुरेंट स्टाइल वर्जिन मोहितो बनकर तैयार है। ठंडा - ठंडा सर्व करें। 
नोट ;- अगर आपके पास चिल्ड सोडा नहीं है, तो उसके स्थान पर चिल्ड 7 अप या स्प्राइट का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। बस तब चीनी न डालें। 



3- मसाला छाछ [ Masala Chaas ]

मसाला छाछ दही को मथकर उसमें कुछ मसाले डालकर तैयार किया जाता है। छाछ में दूध या दही की अपेक्षा वसा की मात्रा काफी कम होती है, अतः इसके सेवन से वेट लॉस करने में मदद मिलती है। छाछ की तासीर ठंडी होने के कारण शरीर को प्राकृतिक रूप से ठंडक मिलती है। इसके साथ ही अगर दोपहर में लंच के साथ छाछ का सेवन किया जाए तो डाइजेशन में भी मदद मिलती है। छाछ में प्रो -बायोटिक , प्रोटीन और कैल्शियम की प्रचुर मात्रा होने के कारण हड्डियाँ मजबूत होती है, मांसपेशियों में लचीलापन आता है और साथ ही डिहाइड्रेशन की समस्या भी नही होती है। छाछ में मौजूद विटामिन A , C और B जैसे पोषक तत्व सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। 

सामग्री 
  1. ताजी दही - 2 कप 
  2. पानी - ढाई कप 
  3. भुना जीरा पाउडर - 1 टी- स्पून 
  4. काला नमक - 1 टी- स्पून 
  5. सफ़ेद नमक - 1/2 टी- स्पून 
  6. बारीक कटा हरा धनिया - 1/2 कप 
  7. पुदीना के पत्ते - 1/2 कप 
  8. हरी मिर्च - 1 [ छोटी साइज़ की ]
  9. बर्फ के टुकड़े 4-5 

विधि 
  1. सबसे पहले एक मिक्सर जार में ताजी दही , हरी मिर्च , हरा धनिया और पुदीना के पत्ते डालकर एक बार ब्लेन्ड कर लें। ध्यान रखें कि छाछ बनाने के लिए दही बिलकुल भी खट्टी नहीं होनी चाहिए, ताजी दही का ही इस्तेमाल करें और धनिया, पुदीना के पत्तों और मिर्च को अच्छे से साफ करके उसकी मोटी डंडियों को हटा दें। 
  2. इसके बाद जार में भुना जीरा पाउडर , काला नमक , सफ़ेद नमक , पानी और 2 -3 बर्फ के टुकड़े डालकर एक बार और ब्लेन्ड कर लें। 
  3. मसाला छाछ बनकर तैयार है। इसे सर्व करने के लिए एक ग्लास में मसाला छाछ निकालें , उसमें 2-3 बर्फ के टुकड़े डालें। ऊपर से  चुटकी भर भुना जीरा पाउडर और 1-2 पुदीना के पत्तों से सजाकर सर्व करें। 


4- कोकम शर्बत व कॉन्सनट्रेट  [ Kokam sharbat & consantret ]


कोकम एक प्रकार का फल होता है जो भारत में गुजरात , महाराष्ट्र और गोवा में बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम '' गार्सिनिया इंडिका '' है। कोकम बहुत सारे औषधीय गुणों से युक्त होता है। इसे आम तौर पर या तो  मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है या खाने में खटास की मात्रा बढ़ाने के लिए  उपयोग में लाया  जाता है। इसके सेवन से शरीर को ठंडक मिलती है, अतः गर्मियों में लोग इसका शर्बत बनाकर भी पीते हैं। साथ ही कोकम डायरिया से भी राहत दिलाने का काम करता है। कोकम में  एन्टी - फंगल और एन्टी - ऑक्सीडेंट के गुण भी पाये जाते हैं। कोकम के  सेवन से पाचन सम्बन्धी समस्याओं जैसे;- अपच , कब्ज़ , पेट फूलना आदि में भी राहत मिलती है। कोकम का सेवन करने से हृदय रोग के खतरे को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है, क्यूंकि इसमें विटामिन B कॉम्प्लेक्स , पोटैशियम , मैंगनीज और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं, जो ब्लड - प्रेशर को नियंत्रित करने  और हार्ट - स्ट्रोक  के खतरे को कम करने में लाभदायक होते हैं। इस रेसिपी में हमने न सिर्फ कोकम शरबत बनाने की विधि बताई है, बल्कि शरबत का कॉन्सनट्रेट बनाने की विधि भी बताई है। जिसे एक बार बनाकर फ्रीज़ में रख दें और आराम से 2 - 3 महीनों तक कोकम शरबत का आनंद लें। 

सामग्री 

  1. कोकम - 1 कप 
  2. गरम पानी - 1 कप [ कोकम भिंगाने के लिए ]
  3. चीनी - 2 कप 
  4. भुना जीरा पाउडर - 1 टी- स्पून 
  5. काला नमक - 1 टी- स्पून 
  6. बर्फ के टुकड़े - 3 - 4 
  7. सादा पानी - 3/4 कप [ चाशनी बनाने के लिए ] 
  8. काली मिर्च पाउडर - 1/2 टी- स्पून 
  9. सफ़ेद नमक - चुटकी भर 
विधि 
  1. सबसे पहले 1 कप कोकम में एक कप गरम पानी डालकर भिंगा दें और ढँककर 2-3 घंटे के लिए रख दें। 
  2. 2 - 3 घंटे बाद कोकम को मिक्सर जार में पानी सहित डाल दें और बिल्कुल बारीक व चिकना पेस्ट पीसकर तैयार कर लें। 
  3. अब एक कड़ाही में 2 कप चीनी और 3/4 कप पानी डालकर गैस पर रख दें और मीडियम आंच पर चलाते हुए चीनी को पानी में घुलने तक पका लें। 
  4. जब चीनी पानी में अच्छे से घुल जाए तब उसमें कोकम का पेस्ट डालकर मिक्स कर दें। 
  5. इसके साथ ही भुना जीरा पाउडर , काला नमक और काली मिर्च पाउडर  भी डालकर मिक्स कर दें। 
  6. लो - मीडियम फ्लेम पर लगातार चलाते हुए कोकम के पेस्ट को 7 -8 मिनट तक पकने दें। 
  7. 7 -8 मिनट बाद जब हम कोकम शर्बत के कॉन्सनट्रेट को उँगली व अंगूठे के बीच चिपकाएँगे तो एक तार की चाशनी बनने लगेगी। 
  8. जब कोकम कॉन्सनट्रेट में एक तार की चाशनी बनने लगे, तब गैस बंद कर दें। कोकम शर्बत बनाने के लिए कॉन्सनट्रेट बनकर तैयार है। 
  9. कोकम कॉन्सनट्रेट को  छानकर बिल्कुल ठंडा हो जाने पर  एक एयर - टाइट ग्लास की बोतल में भरकर फ्रिज में रख दें। 
  10. फ्रिज में रखकर यह कॉन्सनट्रेट 2 - 3 महीने तक आराम से चल जाता है। 
  11. इस चिलचिलाती गर्मी में जब भी आप कहीं बाहर से आयें या आपको कुछ ठंडा पीने का मन हो तो 1 ग्लास में 3 - 4 बर्फ के टुकड़े , 2 -3 टेबल- स्पून कोकम कॉन्सनट्रेट और ठंडा पानी डालें , अच्छे से मिक्स करें और शानदार कोकम शरबत का लुत्फ़ उठाएँ। 


5- बेल शरबत [ Wood apple / Stone apple squash ] 


बेल एक ऐसा पेड़ होता है, जिसका हर हिस्सा इस्तेमाल में आता है। इसका वानस्पतिक नाम  ''एगलि मारमोलस '' [ Aegle Marmelos ] है। इसे अलग - अलग भाषाओं में अलग - अलग नामों से जाना जाता है। जैसे;- संस्कृत में बिल्व , हिन्दी में बेल , उड़िया में बेलो या बेलथाई , गुजरती में बीली , तेलुगू में मारेडु  या बिल्वपंडु , तमिल में बिलवम तथा अंग्रेजी में वुड एप्पल कहा जाता है। बेलपत्र के बारे में तो हम सभी जानते हैं। बेलपत्र भगवान आशुतोष की पूजा में विशेष स्थान रखते हैं। बेलपत्र 6 महीने तक भी खराब नहीं होते हैं। बेलपत्र के बारे में मान्यता है कि इसे एक बार भगवान को चढ़ाने के बाद फिर से धोकर प्रभु को अर्पण किया जा सकता है। इसलिए हिन्दू धर्म में इसे एक दिव्य पौधा भी माना जाता है। इसका फल गोलाकार / अंडाकार , भूरे या पीले रंग का होता है। इसके छिलके कठोर और चिकने होते हैं और इसके अंदर बहुत सारे बीज पाये जाते हैं। अंदर का फल नरम , मुलायम और बहुत ही मीठा होता है। गर्मियों में इसके फल से बने शर्बत का सेवन करने से शरीर को अनगिनत फ़ायदे मिलते हैं। बेल में प्रोटीन , बीटा - कैरोटीन , थायमीन , राइबोफ्लेविन और विटामिन C भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं। बेल का इस्तेमाल कई प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयाँ बनाने के लिए भी किया जाता है। बेल का शर्बत पीने से गैस , कब्ज़ , दस्त , डायरिया और एसिडिटी से राहत मिलती है। बेल का शर्बत लू से बचाता है और शरीर को प्रकृतिक ठंडक प्रदान करके शरीर में पानी के स्तर को भी नियंत्रित बनाए रखता है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होने पाती है। बेल का शर्बत नई माँओं में ब्रेस्ट मिल्क प्रॉडक्शन बढ़ाने में मदद करता है, कैंसर सेल्स को नष्ट करता है  और खून साफ करके चेहरे पर नैचुरल ग्लो लाता है। इसकी तासीर ठंडी होने के कारण पेट को ठंडक मिलती है, तथा मुँह में अगर छाले हो गए हैं, तो उससे भी राहत मिलती है। इसमें नैचुरल मिठास होने के कारण शुगर के मरीज भी इसका सेवन आराम से  कर सकते हैं।  अतः गर्मियों में जितना हो सके बेल के शर्बत का सेवन अवश्य करें। 

सामग्री 

  1. बेल का फल - 1 बड़ा
  2.  पानी - 1 लीटर 
  3. बर्फ के टुकड़े - 3 - 4 
  4.  पिसी चीनी - 4 टेबल- स्पून [ वैकल्पिक ] 
विधि
 
  1. सबसे पहले बेल के फल को अच्छे से धो लें।अब एक बेलन की मदद से चारों तरफ से घुमाते हुए बेल पर हल्का - हल्का पीट लें। ऐसा करने से बेल आसानी से टूट जाएगा। 
  2. अब एक चम्मच की मदद से बेल के अंदर का सारा पल्प एक बड़े बर्तन में निकाल लें। 
  3. इसके बाद इसमें 1/2 लीटर पानी डाल दें और हाथों से मसलते हुए सारा बीज व रेशा अलग कर दें और पल्प को पानी में घुला लें। 
  4. आप चाहें तो पानी में बेल के पल्प को भिंगाकर 1/2 घंटे के लिए रख भी सकते हैं, इससे पल्प को बीज व रेशों से अलग करने में आसानी भी हो जाएगी और पल्प आसानी से पानी में घुल भी जाएंगे , क्यूंकि भिंगा देने से पल्प फूल जाते हैं। 
  5. अब एक छन्नी की मदद से शर्बत को चम्मच से दबा- दबाकर छान लें , जिससे सारा शर्बत निकल आए और रेशे व बीज वगैरह ऊपर जाली में ही रह जाएँ। 
  6. इसके बाद शर्बत में बाकी बचा हुआ पानी और 4 टेबल- स्पून पिसी चीनी डाल दें और अच्छे से मिक्स कर दें। 
  7. ध्यान रखें कि बेल वैसे ही काफी मीठा होता है, अतः चीनी डालने से पहले एक बार शर्बत को चखकर देख लें । अगर शर्बत मीठा लग रहा है, तो चीनी का इस्तेमाल बिलकुल भी न करें और अगर शर्बत थोड़ा फीका लग रहा हो तब थोड़ी चीनी मिलाई जा सकती है, लेकिन यह बिलकुल वैकल्पिक है। 
  8. सारी चीजों को अच्छे से मिक्स कर दें। शानदार बेल शर्बत बनकर तैयार है। इसे सर्व करने के लिए एक ग्लास में बेल का शर्बत डालें और उसमें 3 -4 बर्फ के टुकड़े डालकर ठंडा - ठंडा सर्व करें। 

नोट ;- बेल के पल्प को मिक्सर में पीसने की भूल बिलकुल न करें, क्यूंकि बेल के बीज बहुत कडवे होते हैं और मिक्सर में पीसने से बीज भी पिस जाते है, जिससे हमारा शर्बत कड़वा हो जाता है। अतः पल्प को हाथ से ही अच्छे से मसलकर निकाल लें और बाद में छान लें। 



6 - जलजीरा [ Jaljeera ]


जलजीरा गर्मियों में पिया जाने वाला एक बेहतरीन और लोकप्रिय पेय है। इसके सेवन से ईंस्टेंट एनर्जी मिलती है और शरीर को ठंडक मिलती है। यह ठंडक और ताज़गी देने के साथ - साथ पेट के पाचन के लिए भी बहुत अधिक  लाभदायक होता है। जीरा और पानी इसके दो मुख्य घटक हैं। पेट की गर्मी को शांत करने , गरिष्ठ भोजन को पचाने, शरीर को हाईड्रेटेड रखने , लू से बचाव के लिए ,  गैस , कब्ज़ , बदहज़मी से राहत के लिए ,  शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखने के लिए , सामान्य पेट दर्द या मासिक धर्म में उठने वाले तेज़ दर्द व क्रैम्प्स से राहत दिलाने  और ठंडक व ताज़गी के लिए जलजीरे का सेवन किया जाता है और इसका स्वाद इतना चटपटा होता है  कि बच्चे भी  इसे शौक से पीते हैं। 

सामग्री 

  1. ताजे पुदीने की पत्तियाँ - 1/2 कप 
  2. हरे धनिये की पत्तियाँ - 1/2 कप 
  3. अदरक - 1 इंच टुकड़ा 
  4. काला नमक - 1 टी- स्पून 
  5. सफ़ेद नमक - 1/2 टी- स्पून 
  6. भुना जीरा पाउडर - 2 टी- स्पून 
  7. नींबू - 2 
  8. चीनी - 2 टी- स्पून 
  9.  ठंडा पानी - 4 कप 
  10. रायते वाली बूंदी - 1/2 कप 
  11. काली मिर्च पाउडर - 1/2 टी- स्पून 
  12. हींग - 1 पिंच 
  13. बर्फ के टुकड़े - 3-4 
विधि 
  1. सबसे पहले धनिये व पुदीने की पत्तियों को अच्छे से साफ करके मोटी डंडियों को हटा दें और अच्छे से धोकर सूखा लें। 
  2. अदरक को  छीलकर , धोकर सूखा लें और छोटे - छोटे टुकड़ों में काट लें।  नींबुओं का भी रस निकाल लें। 
  3. अब एक मिक्सर जार में धनिया के पत्ते , पुदीना के पत्ते , कटे हुए अदरक के टुकड़े , काला नमक , सफ़ेद नमक , भुना जीरा पाउडर , चीनी , नींबू का रस , काली मिर्च पाउडर और हींग डाल दें और 2 कप  पानी डालकर एक बार अच्छे से बारीक पेस्ट पीसकर तैयार कर लें। 
  4. अब इस पेस्ट को एक बड़े बाउल में निकाल लें और उसमें बाकी बचा हुआ  पानी डालकर मिक्स कर दें।
  5. इसके बाद जलजीरा को एक छन्नी की मदद से छान लें ताकि अगर कुछ रेशे या अदरक के टुकड़े रह गए हैं तो निकल जाएँ। 
  6. स्वादिष्ट व चटपटा जलजीरा बनकर तैयार है। 
  7. इसे सर्व करने के लिए एक ग्लास में 3-4 बर्फ के टुकड़े डालें , जलजीरा डालें और ऊपर से 3 -4 रायते वाली बूंदी डालकर मिक्स कर दें और ठंडा - ठंडा जलजीरा सर्व करें।  




7 - सौंफ शर्बत व प्री - मिक्स पाउडर  [ Variyali saunf / Fennel seed Sharbat ]


भारत में सौंफ अपने औषधीय गुणों के कारण बहुत प्रसिद्ध है। खाना खाने के बाद सौंफ खाने से खाना जल्दी और आसानी से पच जाता है। इसे भी कोकम की तरह आम तौर पर मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। सौंफ वाली चाय दिन भर की थकान को दूर करके , शरीर में चुस्ती व स्फूर्ति भरने का काम करती है। सौंफ की भी तासीर ठंडी होती है, अतः इससे बना शर्बत भी शरीर के लिए काफी फ़ायदेमंद होता है। सौंफ में कैल्शियम , आयरन और पोटैशियम जैसे खनिज़ तत्व पाये जाते हैं। इसके सेवन से मुँह की दुर्गंध दूर होती है, साँसों में ताज़गी आती है, पाचन क्रिया में सुधार आता है और नकसीर फूटने की समस्या से  राहत मिलती है। सौंफ में एन्टी - ओक्सीडेंट्स भी भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं। इसका शर्बत जहाँ एक ओर शरीर को ठंडक , ताज़गी और स्फूर्ति प्रदान करता है, वहीं दूसरी ओर स्ट्रेस लेवल को कम करके मानसिक शांति भी प्रदान करता है। 


सामग्री 
  1. बड़ी सौंफ - 1 कप 
  2. हरी इलायची - 15 - 20 
  3. काली मिर्च के दाने - 10 - 15 
  4. चीनी - 1 टेबल - स्पून [ इलायची व काली मिर्च पीसने के लिए ] 
  5. चीनी - 4 टेबल - स्पून [ सौंफ पीसने के लिए ] 
  6. बर्फ के टुकड़े - 3- 4 
  7. पानी - आवश्यकतानुसार 
  8. पीसी चीनी - स्वादानुसार 
विधि 
  1. सबसे पहले सौंफ को अच्छे से बीनकर साफ कर लें। 
  2. अब एक मिक्सर जार में सौंफ व 4 टेबल - स्पून चीनी डालकर बिलकुल बारीक पाउडर पीसकर तैयार कर लें। चीनी डालकर पीसने से सारी चीजें अच्छे से पिस जाती हैं। 
  3. अब एक छन्नी की सहायता से सौंफ के पाउडर को एक बड़े बाउल में छान लें। 
  4. इसके बाद उसी जार में 1 टेबल - स्पून चीनी और इलायची व काली मिर्च भी डालकर बिलकुल बारीक पाउडर पीस लें। इसे भी उसी बाउल में छान लें और अच्छे से मिक्स कर दें। 
  5. सौंफ शर्बत का प्री - मिक्स बनकर तैयार है। इसे एक साफ , सूखे व एयर - टाइट ग्लास जर में भरकर फ्रिज में रख दें। फ्रिज में रखकर यह पाउडर 6 महीने तक भी खराब नहीं होता है। 
  6. अब जब भी आपको सौंफ शर्बत पीने का मन हो तो 1 ग्लास में 2 टेबल - स्पून सौंफ शर्बत का प्री - मिक्स पाउडर डालें , आवश्यकतानुसार पीसी चीनी व पानी डालें, 3 -4 बर्फ के टुकड़े डालकर सारी चीजों को अच्छे से मिक्स करें और ठंडा - ठंडा सौंफ शर्बत का आनंद लें। 

दोस्तों , आशा करती हूँ कि गर्मियों में राहत प्रदान करने के लिए बनाई गयी 7 रिफ्रेशिंग समर ड्रिंक्स की मेरी ये सभी रेसिपीज़ आपको पसंद आई होंगी। ये सभी ड्रिंक्स नैचुरल हैं और शरीर को अनगिनत फ़ायदे प्रदान करते हैं। तो इन गर्मियों में आप भी अपने घर पर ये सभी ड्रिंक्स बनाकर हीट को बीट करें और अपने अनुभव और सुझाव मेरे साथ शेयर करें। 

धन्यवाद॥ 

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5 comments:

  1. I will definitely try😋👍

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  2. बहुत ही अच्छी तरह बताने के लिए धन्यवाद vary good👍

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  3. बहुत ही आसान और सेहत मंद पेय good👍👍

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  4. Very easy and tasty drinks i will definitely try it

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