नमस्कार। स्वाद भी सेहत भी ब्लॉग में आपका स्वागत है। आज हम महाराष्ट्र की सुप्रसिद्ध कोथिम्बीर वड़ी बनाएँगे। कोथिंबीर वड़ी एक बहुत ही शानदार , चटपटा और क्रिस्प स्नैक्स है , जो धनिया पत्ती , बेसन , सफ़ेद तिल और कुछ भारतीय मसालों को मिक्स करके बनाया जाता है। महाराष्ट्र में हरी धनिया को कोथिम्बीर कहा जाता है, जो इस शानदार रेसिपी का एक मुख्य घटक है और वड़ी का मतलब होता है;- क्यूब्स / स्लाइस / या वेजेस । धनिया दो प्रकार की होती है ;- एक देसी धनिया , जो दिसंबर से मार्च तक उपलब्ध होती है। इसमें स्वाद और खुशबू ज्यादा होती है , और दूसरी होती है , हाइब्रीड धनिया , जो बाजार में पूरे साल उपलब्ध होती है, लेकिन स्वाद और खुशबू के मामले में देसी धनिया से कम होती है। दोस्तों, वैसे भी आजकल मार्केट में देसी धनिया प्रचुर मात्रा में आ रही है और काफी सस्ती भी मिल रही है। अगर आपके पास भी हरी धनिया ज्यादा मात्रा में आ गयी हो तो उससे एक बार इस शानदार डिश को जरूर बनाएँ, ये आपको बहुत पसंद आएगी। देसी धनिया से बनी कोथिंबीर वड़ी बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट होती है। आम तौर पर इसे पहले भाप में पकाते हैं, फिर इसे थाली या ट्रे में जमा दिया जाता है। ठंडा हो जाने पर इसे चौकोर टुकड़ों में काटकर गरम तेल में डीप फ्राई किया जाता है, लेकिन आप चाहें तो इसे कम तेल में शैलो फ्राई भी कर सकते हैं। इसे आप गरमागरम मसाला चाय और अपनी मनपसंद चटनी या टोमॅटो केचप के साथ सुबह या शाम के नाश्ते में एंजॉय कर सकते हैं। इस रेसिपी में हमने भी कोथंबीर वड़ी को शैलो फ्राई ही किया है, जिससे यह टेस्टी डिश हेल्दी भी हो गयी है। यह डिश जितनी टेस्टी होती है , उतनी ही सेहत से भरपूर भी होती है, क्यूंकि इसमें इस्तेमाल होने वाली सभी चीजें अपने आप में काफी गुणकारी होती हैं और इसे बनाना भी काफी आसान होता है। तो चलिये स्वाद और सेहत से भरपूर महाराष्ट्र की सुप्रसिद्ध कोथंबीर वड़ी बनाना शुरू करते हैं।
सामग्री
- बारीक कटी हरी धनिया की पत्तियाँ - 1 कप
- बेसन - 1 कप
- चावल का आटा - 2 टेबल- स्पून
- अदरक - 1/2 इंच टुकड़ा
- लहसून की कलियाँ - 5-6
- बारीक कटी हरी मिर्च - 3
- लाल मिर्च पाउडर - 1/2 टी- स्पून
- हल्दी पाउडर - 1/4 टी- स्पून
- जीरा - 1/2 टी- स्पून
- धनिया पाउडर- 1/2 टी- स्पून
- गरम मसाला पाउडर - 1/4 टी- स्पून
- नमक - स्वादानुसार
- ड्राई रोस्ट किया हुआ सफ़ेद तिल- 1 टी- स्पून
- नींबू का रस / दही - 1 टी- स्पून
- कद्दूकस किया हुआ गुड़ - 1 टी- स्पून
- कद्दूकस किया हुआ ताजा नारियल - 1 टी- स्पून
- हींग - 1 पिंच
- तेल - 1/2 टी- स्पून [ बैटर में डालने के लिए ]
- पानी- 3/4 कप या आवश्यकतानुसार [ बैटर तैयार करने के लिए]
- पानी - 2 कप [ कोथंबीर वड़ी को स्टीम करने के लिए ]
- तेल - 4 टेबल - स्पून [ कोथंबीर वड़ी शैलो फ्राई करने के लिए और थाली को चिकना करने के लिए ]
विधि
- सबसे पहले धनिया को साफ करके उसकी खराब पत्तियों व मोटी डंडियों को हटा दें। इसके बाद धनिया को अच्छे से धो लें । जब धनिया अच्छे से सूख जाए , तब धनिया को बारीक - बारीक काट लें।
- ध्यान रखें कि जब धनिया अच्छे से सूख जाए तभी उसे काटें।
- सफ़ेद तिल को धीमी आंच पर 1 मिनट के लिए लगातार चलाते हुए ड्राई रोस्ट कर लें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि तिल जलने न पाये नहीं तो तिल का स्वाद कड़वा हो जाएगा और हमारी कोथीम्बीर वड़ी का स्वाद भी खराब हो जाएगा।
- इसके बाद एक बड़े बर्तन में बेसन , चावल का आटा , बारीक कटी हरी मिर्च , लाल मिर्च पाउडर , हल्दी पाउडर , धनिया पाउडर , गरम मसाला पाउडर, सफ़ेद तिल , नींबू का रस / दही , हींग , 1/2 टी- स्पून तेल, कद्दूकस किया हुआ गुड़ , कद्दूकस किया हुआ ताजा नारियल और स्वादानुसार नमक डालकर सूखा ही एक बार अच्छे से मिक्स कर लें। आप चाहें तो 1 टेबल- स्पून मूँगफली को ड्राइ रोस्ट करके उसका छिलका हटा दें और उसे भी दरदरा कूटकर इस मिश्रण में मिक्स कर सकते हैं।
- अदरक , लहसून और जीरा को एक खरल [ अदरक कूटने का बर्तन ] में डालकर कूट लें और उसे भी बेसन के मिश्रण में डालकर अच्छे से मिक्स कर लें। आप चाहें तो ताजे कुटे अदरक- लहसून और जीरे के पेस्ट के स्थान पर 1 टेबल- स्पून मार्केट में मिलने वाला अदरक - लहसून का पेस्ट भी इस्तेमाल कर सकते हैं और जीरे के स्थान पर 1/2 टी- स्पून जीरा पाउडर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है, लेकिन ताजे कुटे मसालों का एक अलग ही फ्लेवर होता है और साथ ही ये सभी चीजें घर में हर वक़्त उपलब्ध भी होती है। इसलिए हमने अदरक - लहसून और जीरे को ताजा कूट लिया है।
- अब इस मिश्रण में बारीक कटी हरी धनिया भी मिक्स कर दें।
- इसके बाद गैस पर एक बड़े कूकर / स्टीमर / कड़ाही में 2 कप पानी डालकर , ढँककर तेज आंच पर उबलने के लिए रख दें। कूकर का इस्तेमाल कर रहे हों तो उसकी सीटी निकाल दें। हमने यहाँ पर कूकर का इस्तेमाल ही किया है।
- इसके बाद बेसन व धनिये के मिश्रण में थोड़ा - थोड़ा करके पानी डालते जाएँ और चलाते जाएँ। ध्यान रखें कि हमें एक साथ पूरा पानी नही डालना है , नहीं तो बेसन में गुठली पड़ जाएगी और मिश्रण के पतला होने की भी संभावना है।
- घोल न तो ज्यादा गाढ़ा और न ही ज्यादा पतला हो। हमें मध्यम स्थिरता का बैटर तैयार करना है। इतनी सामग्री के लिए बैटर बनाने में हमें 3/4 कप पानी की आवश्यकता होगी।
- अब बैटर को एक चिकना किए हुए थाली / प्लेट / बाउल या ट्रे में डाल दें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जिस भी बर्तन में आप कोथंबीर वड़ी को स्टीम होने के लिए रख रहे हों, उसके किनारे 6-7 इंच ऊंचे हों। हमने एक 6-7 इंच ऊंचे किनारों वाले बाउल का इस्तेमाल किया है।
- जब पानी में अच्छा उबाल आ जाए तब गैस की आंच को कम कर दें और कूकर का ढक्कन हटाकर उसके बेस में एक छोटी कटोरी या गरम बर्तन रखने वाल स्टैंड डाल दें और उस पर सावधानी से बाउल को रख दें।
- कूकर को ढँककर 20 मिनट के लिए मध्यम आंच पर पकने दें।
- 20 मिनट बाद कूकर का ढक्कन हटाकर एक चाकू / टूथ- पिक कोथंबीर वड़ी के बिलकुल बीच में डालकर चेक कर लें। अगर चाकू / टूथ - पिक साफ निकल रहा है, तो गैस बंद कर दें और सावधानी से बाउल को बाहर निकाल लें। मिश्रण को ठंडा होने दें।
- जब मिश्रण बिलकुल ठंडा हो जाए तब उसे चौकोर टुकड़ों में काटकर एक प्लेट में निकाल लें।
- इसके बाद एक कड़ाही में 3 टेबल- स्पून तेल डालकर गरम कर लें।
- तेल गरम हो जाने के बाद एक - एक करके एक बार में जितनी कोथंबीर वड़ी कड़ाही में आ सके डाल दें।
- मीडियम आंच पर दोनों तरफ से पलट- पलटकर गोल्डेन ब्राउन होने तक पका लें और एक टिशू पेपर पर निकाल लें।
- बाकी बची हुई कोथंबीर वड़ी को भी ऐसे ही बना लें।
- स्वादिष्ट और कुरकुरी कोथंबीर वड़ी बनकर तैयार है। इसे गरमागरम चटनी व मसाला चाय के साथ सर्व करें।
हरी धनिया के फायदे - हरी धनिया न सिर्फ किसी खाने में मिलकर उसका खुशबू और स्वाद बढ़ाती है, बल्कि इसके सेवन से हमें बहुत सारे फायदे भी मिलते हैं।
- हरी धनिया पोषक तत्वों की खान होती है। इसमें प्रोटीन , फाइबर , कार्बोहाइड्रेट , मिनरल्स , कैल्शियम, फोस्फोरस , आयरन, कैरोटीन , थियामिन , पोटैशियम और विटामिन C भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं।
- इसके साथ ही ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी हरी धनिया को रामबाण माना जाता है। इसके नियमित सेवन से ब्लड में इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है।
- हरा धनिया डाइट्री फाइबर्स से भरपूर होने के कारण पाचन क्रिया को मजबूत करने और पेट दर्द से राहत दिलाने का काम भी करता है।
- हरा धनिया आइरन से भरपूर होने के कारण एनीमिया को दूर करने में भी लाभकारी होता है।
- विटामिन A से भरपूर धनिया आँखों की सेहत के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है।
- धनिया में वसा की मात्रा न के बराबर होती है। हरे धनिये में कुछ ऐसे पोषक तत्व भी पाये जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में सहयोगी होते हैं।
- एन्टी - ऑक्सीडेंट्स , मिनरल्स , विटामिन A व C से भरपूर होने के कारण कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से भी बचाव करता है।
- इसमें मौजूद फाइटोनुट्रीएंट्स रेडिकल डैमेज से सुरक्षा प्रदान करने का काम करते हैं।
- धनिया में विटामिन K की भी अच्छी मात्रा पायी जाती है, जो अल्जाइमर की बीमारी से राहत दिलाने में मदद करती है।
- इसके साथ ही धनिया नकसीर फूटने की समस्या को दूर करने में , पेशाब साफ करने, इम्यूनिटी बढ़ाने , बदहज़मी , मचली, पेचिश और कोलाइटिस को दूर करने में भी मदद करती है।
तो देखा आपने धनिया न सिर्फ एक सब्ज़ी है , बल्कि औषधीय गुणों की भी खान है। अतः इसे अपने प्रतिदिन के डाइट में किसी न किसी रूप में अवश्य शामिल करें।
दोस्तों, आशा करती हूँ कि महाराष्ट्र की सुप्रसिद्ध कोथंबीर वड़ी की मेरी ये रेसिपी आपको पसंद आई होगी। आप भी अपने घर पर कोथंबीर वड़ी बनाएँ और अपने अनुभव और सुझाव मेरे साथ शेयर करें।
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धन्यवाद॥
बहुत अच्छी तरह से बताने के लिए आप को बहुत बहुत धनवाद
ReplyDeleteVary💕👍 good👍 racip e
ReplyDeleteShandar aur supachu aur tasty😋 food🍲 waah
ReplyDeleteDelicious
ReplyDeleteVery delicious recipe i will definitely try it
ReplyDeleteVery very nice
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