नमस्कार। स्वाद भी सेहत भी ब्लॉग में आपका स्वागत है। आज हम हरी मटर का निमोना बनाएँगे। यह उत्तर- प्रदेश और बिहार की एक बेहद खास डिश है, जिसे सर्दी के मौसम में हर घर में बनाया जाता है। वैसे भी सर्दियों में हरी मटर का सीजन होता है, और मार्केट में हर सब्जी वाले के पास आपको हरी मटर देखने को मिल ही जाएगी। ताजी हरी मटर से बना निमोना स्वाद में बेहद लजीज होता है और बहुत ही कम मसालों से आसानी से बनकर तैयार भी हो जाता है। आम तौर पर इसे स्टीम्ड राइस के साथ सर्व किया जाता है, लेकिन आप चाहें तो निमोना को रोटी / पराँठे आदि के साथ भी खा सकते है। लेकिन स्टीम्ड राइस के साथ इसका फ्लेवर उभरकर आता है। हरी मटर से और भी विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं, जैसे;- मटर की कचौड़ी , चूड़ा - मटर, मटर के कबाब/ टिक्की , मटर पनीर, मटर पुलाव , मेथी - मटर मलाई आदि। इनमें से ही एक डिश है - हरी मटर का निमोना। यह उत्तर भारतीय व्यंजन है। निमोना बनाने के बहुत से तरीके प्रचलित हैं। अलग - अलग लोग अलग - अलग प्रकार से निमोना बनाते है, लेकिन आज हम यू. पी. की खास और पारंपरिक रेसिपी का उपयोग करके निमोना बनाएँगे, जो स्वाद और स्वास्थ्य दोनों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। साथ ही अगर आप रोज़ - रोज़ दाल-सब्जी खाकर बोर हो गए हैं, तो भी यह डिश आपके खाने के जायके को बढ़ाने में मदद करेगी। अगर आपको ताजी हरी मटर न मिल पा रही हो, तो फ़्रोजन मटर का उपयोग भी किया जा सकता है, लेकिन ताजी मटर से बना निमोना खाने में ज्यादा स्वादिष्ट लगता है। अगर आपने राइस के साथ निमोना बना लिया तो आपको फिर अलग से दाल- सब्जी बनाने की भी कोई आवश्यकता नहीं है, क्यूंकि यह डिश अकेले ही दाल और सब्जी दोनों की जरूरत को पूरा करती है। हरी मटर का निमोना जितना स्वास्थ्यवर्धक होता है, उतना ही ज्यादा स्वादिष्ट भी होता है और बहुत ही आसानी से बनकर तैयार भी हो जाता है। तो चलिये स्वाद और सेहत से भरपूर यू. पी. स्टाइल हरी मटर का निमोना बनाना शुरू करते हैं।
सामग्री
- ताजी हरी मटर के दाने - 1.25 कप
- आलू - 2 [ मीडियम साइज़ के]
- सरसों का तेल - 3 टेबल- स्पून
- हरा धनिया - 3/4 कप
- हरी मिर्च - 2
- अदरक - 1/2 इंच टुकड़ा
- लहसून - 6-7 कलियाँ
- उड़द बड़ी - 2
- हल्दी पाउडर - 1/2 टी- स्पून
- गरम मसाला पाउडर - 1/2 टी- स्पून
- नमक - स्वादानुसार
- पानी - 3 कप
- पंचफ़ोरन - 1 टी- स्पून
- तेजपत्ता - 1
- घी- 2 टी- स्पून
- हींग - 1/4 टी- स्पून
- जीरा - 1 टी- स्पून
- सूखी लाल मिर्च - 1
सर्व करने के लिए - 1- स्टीम्ड राइस
2- हरे धनिये की चटनी
3- घी
विधि
- हरी मटर का निमोना बनाने के लिए सबसे पहले मटर के दानों में से 1 कप दाना अलग निकाल लें और उसे मिक्सर के जार में डालकर 2 टेबल- स्पून पानी के साथ पीसकर दरदरा पेस्ट तैयार कर लें।
- बाकी बचे हुए दानों को हम साबुत ही डालेंगे, उन्हें पीसने की आवश्यकता नहीं है।
- इसके बाद उसी मिक्सर के जार में हरा धनिया, हरी मिर्च, अदरक और लहसून की कलियाँ भी डालकर पीस लें। यदि आपको कहीं से हरे पत्ते वाला लहसून मिल जाए तो उसी का प्रयोग करें, क्यूंकि हरे पत्ते वाले लहसून से निमोना के स्वाद में चार चाँद लग जाते हैं।
- आलू को छीलकर , धोकर छोटे - छोटे लेकिन थोड़े मोटे टुकड़ों में काट लें और पानी में डालकर अलग रख दें। आलुओं को पानी में डालकर रखने से एक तो काले नहीं पड़ते , दूसरे उनका हानिकारक स्टार्च भी निकल जाता है।
- अब एक कड़ाही में 3 टेबल- स्पून सरसों का तेल डालकर गैस पर गरम होने के लिए रख दें। ध्यान रखें कि निमोना बनाने में केवल सरसों के तेल का ही उपयोग होता है। कोई अन्य तेल प्रयोग में न लाएँ, नहीं तो निमोना का स्वाद खराब हो जाएगा।
- जब तेल अच्छे से गरम हो जाए और उसमें से धुआँ निकलने लगे तब गैस की आंच धीमी कर दें और तेल में 1 टी- स्पून पंचफोरन , 1 तेजपत्ता और 2 उड़द बड़ियों को हल्का सा क्रश करके तेल में डाल दें और हल्का सा पका लें। उड़द बड़ियों को हल्का क्रश करके डालने से पूरे निमोना में उनका फ्लेवर चला जाता है, जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगता है।
- इसके बाद कड़ाही में पीसी हुई मटर डाल दें और एक बार चला दें। ढँककर धीमी आंच पर मटर को बीच - बीच में चलाते हुए तब तक पकाएँ, जब तक मटर से तेल अलग न होने लगे। ध्यान रखें कि मटर का अच्छे से भूनना अत्यंत आवश्यक है, नहीं तो निमोना में मटर का कच्चा - कच्चा टेस्ट आएगा।
- जब मटर का पेस्ट तेल छोड़ने लगे तब उसमें आलू और खड़ी मटर भी डाल दें और चला दें। 3-4 मिनट तक ढँककर पकने दें।
- इसके बाद कड़ाही का ढक्कन हटाकर उसमें पीसा हुआ धनिया वाला मिक्सचर , हल्दी पाउडर और गरम मसाला डाल दें और मिक्स कर दें। ढँककर धीमी आंच पर 3-4 मिनट तक पकने दें।
- जब मसाले अच्छे से भुन जाएँ, उनसे अच्छी खुशबू आने लगे , तब निमोना में 3 कप पानी और स्वादानुसार नमक डाल दें । मीडियम फ्लेम पर ढँककर निमोना को तब तक पकाएँ, जब तक खड़ी मटर और आलू अच्छे से पक न जाएँ और निमोना अच्छे से उबलने न लगे।
- जब निमोना अच्छे से पक जाए तब गैस बंद कर दें और निमोना में तड़का लगा दें।
- तड़का लगाने के लिए एक तड़का पैन में 2 टी- स्पून घी डालकर धीमी आंच पर गरम करें और उसमें हींग , जीरा और सूखी लाल मिर्च डालकर तड़का लें और निमोना में मिक्स कर दें।
- ढँककर 10 मिनट के लिए ऐसे ही निमोना को छोड़ दें। जिससे सारे फ्लेवर एक - दूसरे के साथ मिक्स हो जाएँ।
- हरी मटर का स्वादिष्ट निमोना बनकर तैयार है। इसमें घी डालकर चावल/ रोटी और हरे धनिये की चटनी के साथ गरमागरम सर्व करें।
नोट;- निमोना में कहीं- कहीं टमाटरों का इस्तेमाल भी किया जाता है, लेकिन हमने इस रेसिपी में टमाटरों का उपयोग नहीं किया है, क्यूंकि टमाटर डालने से निमोना का रंग हल्का लाल हो जाता है और स्वाद में भी थोड़ा परिवर्तन हो जाता है। अगर आप टमाटर डालना चाहें, तो 2 मीडियम साइज़ के टमाटरों को धोकर छोटे- छोटे टुकड़ों में काट लें और धनिया, अदरक ,मिर्च और लहसून के साथ ही डालकर पीस लें।
हरी मटर खाने के फ़ायदे ;- हरी मटर न सिर्फ स्वाद में बेजोड़ होती है बल्कि स्वास्थ्यवर्द्धक भी होती है। अगर हम इसका नियमित उपयोग करें तो हमारे शरीर को अद्भुत फ़ायदे मिलते हैं। आइये हरी मटर खाने से हमको क्या - क्या लाभ मिलते हैं, उनके बारे में जानने का प्रयत्न करते हैं;-
- हरी मटर में पर्याप्त मात्रा में आयरन , ज़िंक , मैंगनीज़ और कॉपर मौजूद होते हैं। जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं।
- इसके साथ ही हरी मटर में पर्याप्त मात्रा में एन्टी - ऑक्सीडेंट्स भी पाये जाते हैं जो शरीर की रोग- प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
- मटर में फैट की मात्रा नही पायी जाती है, जिससे वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
- हरी मटर फाइबर्स से भरपूर होते हैं, जिससे शरीर ऊर्जावान बनता है और पाचन - क्रिया भी दुरुस्त रहती है।
- हरी मटर में प्रोटीन की भी अच्छी मात्रा पायी जाती है। मटर कोलेस्ट्रॉल के खतरे को कम करती है और हृदय संबंधी बीमारियों में इनका सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है।
- मटर भले ही आकार में छोटी होती है, लेकिन कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से निजात दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। इसके नियमित सेवन से कैंसर सेल्स नष्ट होते हैं और पेट के कैंसर में आराम मिलता है।
- मटर एक नैचुरल स्क्रब की तरह भी इस्तेमाल की जाती है। इसे पीसकर इसका पेस्ट चेहरे पर लगाने से चेहरा अंदर से डीप क्लीन हो जाता है, झाइयाँ दूर होती हैं और चेहरा साफ, बेदाग और चमकदार हो जाता है।
- गर्भवती महिलाओं के लिए भी हरी मटर फ़ायदेमंद होती है। यह गर्भवती महिला के साथ - साथ उसके भ्रूण को भी पर्याप्त पोषण प्रदान करती है। इसके साथ ही सामान्य महिलाओं में अनियमित माहवारी की समस्या से निजात दिलाने में भी मटर सहायक होती है।
- हरी मटर में विटामिन K और विटामिन D की भी भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों की बीमारियों , खासकर ओस्टियोपोरोसिस से बचाव करती है।
- हरी मटर एक बेहतरीन एंटी- सेप्टिक का काम करती है। अगर शरीर के किसी स्थान पर जल गया है, तो मटर के दानों का महीन लेप लगाने से जले हुए स्थान पर ठंडक मिलती है और घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है।
- मधुमेह के रोगियों के लिए हरी मटर किसी वरदान से कम नहीं है। ये आपके शरीर में इंसुलिन के स्तर को कंट्रोल करने के साथ- साथ शरीर में ग्लूकोस के लेवल को बढ़ने से भी रोकती है। जिसके कारण शरीर में ब्लड - शुगर का स्तर सामान्य होने लगता है।
- इतने सारे बेहतरीन फ़ायदे होने के साथ ही साथ मटर किसी भी खाने में मिलकर उसके स्वाद को और बढ़ा देती है। अतः सर्दियों में या जब भी कभी हरी मटर उपलब्ध हो, उसका सेवन जरूर करें।
दोस्तों, आशा करती हूँ कि यू. पी. स्टाइल हरी मटर का निमोना की मेरी ये रेसिपी आपको पसंद आई होगी। इन सर्दियों में आप भी अपने घर पर मटर का निमोना बनाएँ और अपने अनुभव और सुझाव मेरे साथ शेयर करें।
धन्यवाद॥